My First Book "Meri Aankhon Men Muhabbat ke Manzar hain"
मेरी आँखों में मुहब्ब्त के जो मंज़र हैं.............
तुम्हारी ही चाहतों के समंदर हैं....................
मैं हर रोज चाहता हूँ कि तुझसे ये कह दूँ मगर
लबों तक नहीं आता जो मेरे दिल के अंदर है....!